एसडीएम और तहसीलदार के आश्वाशन पर माने किसान, नहीं करेंगे मतदान का बहिष्कार।
20 गांवों की भूमि को बचाने के लिए आंदोलन पर बैठे किसानों को लगभग 250 दिन से अधिक का समय हो गया है लेकिन उनकी माँग को पूरा नहीं किया जा रहा है। कुछ दिन पूर्व हुए सी एम दौरे के दौरान 20 गाँवों की समस्या का समाधान न निकलने पर किसानों ने चुनाव के बहिष्कार करने का फ़ैसला लिया था। क्योंकि सरकार द्वारा लगातार उनकी माँगो को अनदेखा किया जा रहा था। निर्वाचन आयोग की तरफ़ से प्रशासन द्वारा मतदाता जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। जिसके तहत किसानों को अपने मतदान का प्रयोग करने के लिए जागरूक किया गया। जिसके संबंध में मीटिंग आयोजित की गई। उपजिलाधिकारी राकेश चंद तिवारी एवं तहसीलदार अक्षय भट्ट द्वारा मतदान का वहिष्कार नहीं करने की बात की गई है और सभी को मतदान करने के प्रति जागरूक भी किया गया । इस दौरान हुई वार्ता में किसानों को आश्वासन दिया गया कि चुनाव के बाद उनकी माँगो को पूरी करने को हरसम्भव प्रयास किया जाएगा।
इस दौरान किसान नेता रजनीत सिंह सोनू में जानकारी देते हुए बताया कि आने वाले आगामी चुनावों में भी किसानों द्वारा चुनाव के बहिष्कार करने के फ़ैसले को रद्द कर दिया गया है। सभी किसान अपने मत का प्रयोग करते हुए मतदान करेंगे।