झोलाछाप डॉक्टरों पर कहाँ चला स्वास्थ्य विभाग का डंडा ! देखिये रिपोर्ट.....

 0  5

दिनेशपुर : क्षेत्र में मकड़जाल की तरह फैल रहे झोलाछाप डॉक्टरों के स्वास्थ्य गलियारों में उस वक्त हड़कंप मच गया, जब डिप्टी सीएमओ डॉ हरेंद्र मलिक ने स्वास्थ्य टीम के साथ छापेमारी कर अवैध रूप से संचालित दो क्लीनिक सहित एक निजी अस्पताल के डिलीवरी रूम को सील कर दिया। वहीं छापेमारी के दौरान कई झोलाछाप डॉक्टर अपना क्लीनिक बन्द कर मौके से खिसक लिये।

बता दें कि पूरे उधम सिंह नगर में झोलाछाप डॉक्टरों का मकड़जाल फैलता जा रहा है, जो अवैध रूप से क्लीनिक और अस्पतालों को संचालित कर लोगों की जिंदगी से सरेआम खिलवाड़ कर रहे हैं। आलम यह है कि अवैध रूप से संचालित अस्पतालों में साफ सफाई का कोई खास इंतजाम न होने से अक्सर इनमें गन्दगी दिखाई देती है। जिससे यहां इलाज कराने वाला मरीज ठीक होने जगह बीमार ज्यादा हो रहा है। वहीं इन अस्पतालों में सर्जिकल औजारों की ठीक साफ सफाई न होने से क्षेत्र में हैपेटाइटिस बी और सी जैसी घातक बीमारियों के मरीजो की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। ऐसे अस्पतालों की लगातार मिल रही शिकायतों पर संज्ञान लेते हुए डिप्टी सीएमओ डॉ हरेन्द्र मलिक ने अपनी टीम के साथ दिनेशपुर क्षेत्र में झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ छापेमारी अभियान चलाया। निरीक्षण के दौरान भारत अस्पताल में मौके पर कोई डॉक्टर नही मिला और अस्पताल के डिलीवरी रूम में गन्दगी पाई गई। जिस पर उन्होंने अस्पताल कर्मियों की जमकर फटकार लगाई और तमाम दस्तावेज अपने कब्जे में लेते हुए अस्पताल के डिलीवरी रूम को सील कर दिया। उसके बाद टीम पुरानी पोस्ट ऑफिस गली पहुंची, जहाँ एक डॉक्टर द्वारा संचालित दुकान में निरीक्षण के दौरान मौके पर इलाज में प्रयोग होने वाला सामान पाया गया, लेकिन क्लीनिक में डॉक्टर के न मिलने पर टीम ने उसे सील कर दिया। वहीं मुख्य चौराहे पर एक व्यक्ति द्वारा बिना डिग्री के संचालित किये जा रहे क्लीनिक को भी टीम द्वारा सील कर दिया गया।

इस मौके पर डिप्टी सीएमओ डॉ हरेंद्र मलिक ने बताया की क्षेत्र में हैपेटाइटिस बी और सी जैसी गम्भीर बीमारी के मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। जिसका मुख्य कारण गली कूंचों में अवैध रूप से संचालित ऐसे क्लीनिकों को माना जा रहा है। ऐसे क्लीनिक लोगों के स्वास्थ्य के साथ सरेआम खिलवाड़ कर रहे हैं जिसके चलते यह छापेमारी की गई है। वहीं झोलाछाप डॉक्टरों के खिलाफ आगे भी अभियान जारी रहेगा।