एफपीओ योजना : कोटाबाग ब्लॉक सभागार में हुई बैठक ! किसानों की आय बढ़ाने पर जोर !

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( मुकेश छिमवाल )
कोटाबाग/कालाढूंगी : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा किसानों की आय बढ़ाने के उद्देश्य से शुरू की गई महत्वाकांक्षी योजना एफपीओ को धरातल पर साकार रूप देने हेतु विकास खण्ड सभागार में एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां नाबार्ड द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों के सर्वांगीण विकास को बढ़ावा देने के लिए बुरास फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी का गठन किया गया। जिसमें अब तक चार सौ शेयर होल्डर को जोड़ने के साथ ही आगे लगभग एक हजार शेयर होल्डरों को जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है।
बता दें कि देश के प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा देशभर में किसानों का विकास करने और उनकी आय बढ़ाने के लिए एक महत्वाकांक्षी योजना का शुभारंभ किया गया है। जिसके तहत पूरे देश में लगभग दस हजार एफपीओ (किसान उत्पादन संगठन) बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसी योजना को धरातल पर साकार रूप देने के लिए कालाढूंगी के कोटाबाग ब्लॉक के सभागार में नाबार्ड द्वारा एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
जिसमें नाबार्ड अधिकारियों सहित क्षेत्र के सैकड़ों किसान उपस्थित थे। वहीं एफपीओ योजना के लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से नाबार्ड द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों का सर्वांगीण विकास करने के लिए ब्लॉक सभागार में किये गये कार्यक्रम में बुरास फार्मर प्रोड्यूसर कम्पनी का गठन किया गया। जिसके साथ क्षेत्र के किसान जुड़कर एफपीओ योजना का पूरा लाभ उठा सकें।
कार्यक्रम में बुरास फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के द्वारा आमसभा करते हुए किसानों के साथ एक बैठक की गई। जिसमें किसानों को होने वाली किसी भी प्रकार की समस्याओं तथा फसल उत्पादन से लेकर मार्केट उपलब्ध कराने इत्यादि पर विस्तार से चर्चा की गई। वहीं कार्यक्रम के दौरान किसानों को कम्पनी के शेयर वितरण भी किए गए। शेयर वितरण कार्यक्रम में कार्यक्रम की अध्यक्षता नवीन चंद्र जोशी व नाबार्ड की सहयोगी संस्था वेसिक्स के परियोजना अधिकारी एसएन चतुर्वेदी ने की। कार्यक्रम में बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधक भी मौजूद रहे।
इस दौरान परियोजना के बेसिक प्रोजेक्ट डायरेक्टर एसएन चतुर्वेदी ने कहा कि प्रधानमंत्री की इस महत्वकांक्षी योजना के लक्ष्य को पूरा करने के लिए नाबार्ड द्वारा किसानों को आर्थिक सहायता मुहैया कराएगी। कोटाबाग ब्लॉक में हमनें अभी तक चार सौ किसान शेयर होल्डरों को जोड़ लिया है और आगामी समय में एक हजार किसानों को ओर जोड़ने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं क्लस्टर स्तर पर ग्रामीण क्षेत्रों में किसानों को क्लस्टर मार्केट उपलब्ध कराया जाएगा, जहां से किसानों को उनकी उत्पादन का सही दाम मिल सके।