देखिये.....कहाँ और किसे चुकानी पड़ी एक रात की कीमत 70 हज़ार।

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काला सच स्पेशल

(गेस्ट हाउस तांडव मामला)

काला सच ब्यूरो: एक अधिकारी को सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में रात बिताना इतना महंगा पड़ा कि उसे 70 हज़ार रुपये देकर एक रात की कीमत चुकानी पड़ी। जहाँ इस अधिकारी के साथ आये कुछ बाहरी व्यक्तियों ने इसके कीमतों शीशों को चकनाचूर कर नुकसान पहुंचाया था। वहीं इस घटना से लोगों में गहरा आक्रोश भी है। जिन्होंने ऐसे लापरवाह लोगों से सख्ती से निपटने और इसकी सुरक्षा व्यवस्था ओर अधिक मजबूत करने की मांग प्रशासन से की।

आपको बता दें कि सिंचाई विभाग का गेस्ट हाउस सवा दो करोड़ की लागत से बनाया गया है जो वर्तमान में बाज़पुर की शान बना हुआ है। जहाँ मंत्री, नेता और अधिकारियों के साथ ही उनके परिचित भी आकर ठहरते हैं। जिसकी देखरेख करने की जिम्मेदारी सिंचाई विभाग के जेई गोविंद राम के ऊपर है जिन्हें यहाँ का इंचार्ज भी बनाया गया है। वहीं सुरक्षा के नाम पर यहां एक या दो गार्ड की ही तैनाती रहती है जो पूरी तरह से इसकी सुरक्षा करने में असमर्थ रहते हैं। जिससे सुरक्षा व्यवस्था में कमी के चलते इस कीमती गेस्ट हाउस को किसी न किसी व्यक्ति से सुरक्षा का खतरा पैदा होने का अंदेशा हमेशा बना रहता है।

सूत्रों की मानें तो यहाँ वीआईपी लोगों के साथ कुछ अराजक तत्व भी आकर ठहरते हैं जो रात को कबाब के संग सोमरस का पूरा लुत्फ भी उठाते हैं और नशा अधिक चढ़ जाने पर यहाँ अराजकता भी फैलाते हैं, जिसे काबू करना इन सुरक्षा गार्डों के वश से बाहर बताया जाता है। जिसका उदाहरण अभी कुछ दिन पूर्व इस गेस्ट हाउस में हुआ तांडव है। जहाँ रात बिताने आये विभागीय अधिकारी के साथ कुछ बाहरी व्यक्तियों ने गेस्ट हाउस के दरवाजों और खिड़कियों में लगे कीमती शीशों को चकनाचूर कर दिया। सूत्रों की मानें तो सभी सोमरस के नशे में चूर थे और यहाँ उत्पात मचा रहे थे। वहीं मामला खुल जाने के डर से उनमें से एक व्यक्ति को मानसिक रूप से कमज़ोर बता नुकसान का जुर्माना भरकर मामले को रफा दफा कर दिया गया।

हुआ यूं कि कुछ दिनों पूर्व बाज़पुर की शान कहे जाने वाले सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस में एक विभागीय अधिकारी के साथ कुछ बाहरी व्यक्ति रात बिताने आये थे। जिनमें से एक व्यक्ति ने यहां ऐसा तांडव मचाया कि सुरक्षा कर्मियों के हाथ पांव फूल गये। उस व्यक्ति ने तांडव मचाते हुए गेस्ट हाउस की खिड़कियों और दरवाजों में लगे कीमती टफन ग्लास के शीशों को पत्थर और डंडों से तोड़कर चकनाचूर कर दिया जिससे यहां लगभग 70 हज़ार रुपये का नुकसान हो गया। जिसकी सूचना तत्काल सुरक्षा कर्मियों ने पुलिस को दी। मौके पर पहुँची पुलिस पर भी इस व्यक्ति ने हमला बोल दिया और अभद्रता करने लगा, जिस पर पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया था। वहीं मामला उजागर होने पर विभागीय अधिकारियों ने नुकसान के 70 हज़ार रुपये की भरपाई जुर्माने के रूप में यहाँ रुके अधिकारी से वसूलने की बात कही थी। मामला बिगड़ता देख इस अधिकारी ने भी तत्काल जुर्माने की राशि जमा कर मामले से अपना पीछा छुड़ा लिया था, जिस पर पुलिस ने भी कार्यवाही के नाम पर इस व्यक्ति के खिलाफ केवल एक एनसीआर ही दर्ज की। वहीं जब विभागीय अधिकारियों से गेस्ट हाउस की बिगड़ी सूरत को ठीक कराने के बारे में पूछा गया, तो उन्होंने कहा कि अधिकारी से प्राप्त जुर्माने की इस रकम से दोबारा गेस्ट हाउस की खूबसूरती वापिस दिलायी जायेगी, जिससे यह पहले की तरह ही खूबसूरत दिखाई देगा।

लोगों ने कहा कि इस गेस्ट हाउस में 70 हज़ार में बितायी रात इस अधिकारी को ज़िन्दगी भर याद रहेगी जिससे यह अधिकारी हमेशा ऐसे व्यक्तियों को यहाँ लाने से पहले दस बार सोचेगा। वहीं गेस्ट हाउस में घटित इस घटना से स्थानीय लोगों में गहरा आक्रोश भी दिखायी दिया। जिन्होंने कहा है कि ऐसे लापरवाह व्यक्तियों से ओर अधिक सख्ती से निपटना चाहिये, ताकि यह सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने से पहले अच्छी तरह से सोच लें। साथ ही लोगों ने प्रशासन से सिंचाई विभाग के गेस्ट हाउस की सुरक्षा व्यवस्था ओर अधिक मजबूत करने की मांग की।