देखिये…..कहाँ हुए फर्जी अस्पताल सील और उसके बाद क्या हुआ…..

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बाजपुर क्षेत्र में फर्जी अस्पतालों की बाढ़ सी आ गई है जिसको लेकर मिल रही लगातार शिकायतों के बाद आखिरकार स्वास्थ्य महकमें की नींद खुल गई और बिना अनुमति के चल रहे अस्पतालों पर औचक छापामारी कर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने लगभग आधा दर्जन फर्जी अस्पतालों को सील करते हुए जल्द ही कार्यवाही करने की बात कही।

बता दें कि उधम सिंह नगर के बाज़पुर में फर्जी अस्पतालों का ग्राफ दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है जिसको लेकर स्वास्थ्य विभाग को लगातार शिकायतें प्राप्त हो रही थीं। जिसके बाद आखिरकार स्वास्थ्य विभाग की कुम्भकर्णी नींद टूटी और सीएमओ उधम सिंह नगर के निर्देश पर अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 अविनाश खन्ना के नेतृत्व में आयी स्वास्थ्य विभाग की टीम ने क्षेत्र में संचालित कई फर्जी अस्पतालों पर औचक छापेमारी कर दस्तावेजों की जांच की। इस दौरान केलाखेड़ा में एक मेडिकल स्टोर सहित तीन और बाज़पुर दोराहा के तीन फर्जी अस्पतालों को सील किया गया। वहीं स्वास्थ्य विभाग की औचक छापेमारी से फर्जी अस्पतालों को संचालित कर रहे लोगों में अफरा-तफरी मच गई।

इस संबंध में अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ0 अविनाश खन्ना ने बताया कि बाज़पुर क्षेत्र में फर्जी अस्पताल संचालित होने की विभाग को लगातार शिकायतें मिल रही थीं जिस पर कार्यवाही करते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने अस्पतालों पर औचक छापेमारी कर चिकित्सकों के दस्तावेजों सहित प्रतिबंधित दवाओं की जांच की गई। जांच में पाया गया कि बाज़पुर दोराहा स्थित हयात अस्पताल, नवजीवन अस्पताल तथा वरदान अस्पताल का न तो पंजीकरण है और न ही कोई चिकित्सक मौके पर मौजूद पाया गया। वहीं अस्पतालों में स्टॉफ के अप्रशिक्षित मिलने के साथ ही मेडिकल वेस्ट को लेकर भी तमाम खामियां पायी गईं। साथ ही कार्यवाही के दौरान एक अस्पताल में बना ऑपरेशन थियेटर भी पकड़ा गया और वहाँ गर्भपात किये जाने वाले औज़ारों की बरामदगी होने से अस्पताल के विरुद्ध एमटीपी एक्ट के तहत कार्यवाही की जायेगी। वहीं वरदान अस्पताल को आंशिक छूट प्रदान करते हुए पंजीकरण दस्तावेज प्रस्तुत कर दिये जाने पर अस्पताल के खिलाफ कार्यवाही न करने की बात कही।

इस दौरान केलाखेड़ा में भी विश्वास क्लीनिक, जीवनदीप व एसबी मेडिकल स्टोर पर छापेमारी की कार्यवाही की गई जहाँ संचालकों द्वारा चिकित्सकों के दस्तावेज प्रस्तुत न कर पाने के कारण तीनों को सील कर दिया गया है और सभी अस्पतालों के खिलाफ कार्यवाही की तैयारी की जा रही है।