देखिये.....कहाँ हुई जेल के बंदीरक्षकों से सुरक्षा में चूक! मुकदमा दर्ज!

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रिपोर्ट - अनीस रजा
स्थान - सितारगंज

सितारगंज : जनपद उधम सिंह नगर में एक ऐसा मामला सामने आया, जिसने पूरे जनपद में सनसनी फैला दी है। मामला भी ऐसा कि जिन बंदीरक्षकों के सहारे जेल में खूंखार बदमाश तथा हत्यारे उनकी सुरक्षा में छोड़े जाते हों और यही बंदीरक्षक जेल में भारी चूक करने लगें, तब क्या हो। ऐसे ही मामले का खुलासा एक महिला द्वारा करने पर उत्तराखंड पुलिस ने जेल के अंदर चूक करने वाले ऐसे ही 4 बंदीरक्षकों पर मुकदमा लिख दिया है।

जानकारी के अनुसार रुद्रपुर निवासी एक महिला ने डीजीपी अशोक कुमार को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया था। जिसमें महिला ने केंद्रीय कारागार सितारगंज में ड्यूटी पर तैनात बन्दीरक्षक, प्रभु सिंह, अश्विनी शर्मा, पंकज नागियान तथा दुष्यंत सिंह पर कारागार सितारगंज में सजायाफ्ता बंदियों को जेल में ही मोबाइल, ब्लूटूथ और नशीले पदार्थ उपलब्ध कराने हेतु पैसे की सौदेबाजी कर अपने बैंक खातों में पैसे मांगने का आरोप लगाया है। महिला की शिकायत पर डीजीपी अशोक कुमार ने संज्ञान लेते हुए मामले की जाँच सीओ सितारगंज को सौंपी। जांच में मामला सही पाए जाने पर मामले की गंभीरता को देखते हुए चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के आदेश दिये। जिस पर कार्यवाही करते हुए सितारगंज कोतवाली में चारों बंदीरक्षकों के विरुद्ध धारा 354 IPC के तहत मुकदमा पंजीकृत किया गया है। वहीं मामला पूरे क्षेत्र में आग की तरह फैल गया, जिससे पूरे जनपद में सनसनी फैल गई।

वहीं मामले में एसएसपी उधम सिंह नगर दिलीप सिंह कुंवर ने बताया की एक महिला का रिश्तेदार जेल में बंद था। महिला ने इस मामले में डीजीपी को शिकायती पत्र दिया था। उत्तराखंड के डीजीपी के आदेशों पर जेल में बंद सजायाफ्ता बंदियों को सुविधाएं दिलाने के नाम पर पैसा वसूलने के आरोप में सितारगंज जेल के चार बंदीरक्षकों के खिलाफ मुकदमा कायम हुआ है। पूरे मामले में सितारगंज सीओ की जांच के बाद कार्यवाही हुई है।