।। प्राचार्य का पद, आचरण इतना गलत ।। देखिये रिपोर्ट.....

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व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक चैट करना राजकीय महाविद्यालय कोटाबाग के प्राचार्य को महंगा पड़ गया। मामले पर संज्ञान लेते हुए प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा की संस्तुति पर मुख्यमंत्री ने उन्हें निलम्बित करने की स्वीकृति प्रदान कर दी।

बता दें कि सरकारी पद पर कार्यरत होने के बाद भी कुछ लोग सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक चैटिंग करने में मस्त हैं जिसके चलते सरकारी पदों की गरिमा तार-तार हो रही है। ऐसा ही मामला सामने आया है जनपद नैनीताल के कोटाबाग स्थित राजकीय महाविद्यालय का। जहाँ आचार्य पद पर कार्यरत डॉ0 प्रेम प्रकाश को व्हाट्सएप पर आपत्तिजनक चैटिंग करना महंगा पड़ गया। जिसके चलते मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उन्हें कर्मचारी आचरण नियमावली का दोषी मानते हुए निलम्बित करने के निर्देश दिये हैं। डॉ0 प्रेम प्रकाश को जांच समिति द्वारा उनके वाट्सअप चैट को आपत्ति जनक मानते हुए साइबर क्राइम विशेषज्ञ की राय लेने के बाद प्राचार्य जैसे मर्यादित पद पर कार्यरत रहते उनके आचरण को सही नही माना गया था। जिसके चलते प्रमुख सचिव उच्च शिक्षा की संस्तुति पर मुख्यमंत्री ने डॉ0 प्रेम प्रकाश को निलम्बित किये जाने की स्वीकृति प्रदान कर दी।