पढ़िये!.....कहाँ हुआ तहसीलदार पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज!

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(काला सच ब्यूरो)

काशीपुर : उधम सिंह नगर जिले में एक ऐसा चौकानें वाला मामला पुलिस ने दर्ज किया है जो प्रशासन पर सवालिया निशान खड़े कर रहा है। यदि तहसीलदार पर ही धोखाधड़ी करने का आरोप लगे और मुकदमा पंजीकृत हो जाये तब क्या कहा जायेगा। जी हां, मामले में पुलिस ने तहसीदार सहित 4 लोगों पर फर्जीवाड़े का मुकदमा दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी है।

आपको बता दें कि मकान नंबर 28, वेस्ट पंजाबी बाग नई दिल्ली निवासी शैलेंद्र घई  ने बताया कि तहसीलदार काशीपुर के न्यायालय में चल रहे दो मामलों में उसके भाई राजीव घई द्वारा फर्जी व कूटरचित दस्तावेज पेश किए गए। जहां उक्त दस्तावेजों की जांच किए बगैर फर्जी साक्ष्यों के आधार पर पत्रावलियों में आदेश पारित करने से उसे बड़ी क्षति पहुंची है। इस मामले में शिकायतकर्ता द्वारा न्यायालयों की शरण लेने पर उत्तराखड राजस्व परिषद द्वारा जांच में पाया गया कि आदेश विधिक एवं तांत्रिक अनियमितता से ग्रसित है। मामले में तत्कालीन तहसीलदार द्वारा अपने पद का दुरुपयोग किया गया है।

मामले की जांच अपर जिलाधिकारी नजूल से कराने पर तहसीलदार काशीपुर को दोषी पाया गया। इस मामले में निदेशक सतर्कता निदेशालय देहरादून द्वारा तत्कालीन तहसीलदार, सहायक विकास अधिकारी पंचायत, ग्राम पंचायत अधिकारी काशीपुर एवं राजीव घई के विरुद्ध अभियोग पंजीकृत कर विवेचना की जाने की संस्तुति की गई। इन्हीं तमाम पत्रावलियों को पुलिस ने शिकायतकर्ता की तहरीर के आधार पर उपरोक्त चारों के खिलाफ धारा 420 आईपीसी के अंतर्गत मुकदमा पंजीकृत करते हुए जांच की कार्यवाही शुरू कर दी है।